वालीबॉल खेल के नियम | Volleyball Game Rules, History and Information in Hindi

Volleyball खेल लगभग पूरी दुनिया में खेला जाने वाला खेल है। इस खेल का जन्म 1895 में सर विल्लियम मोरगन ने किया था। उस समय वे अमेरिका में खेल कूद के अध्यक्ष थे। उस समय volleyball बास्केटबॉल के ब्लेडर के साथ खेला जाता था। 

Volleyball game rules in hindi



Volleyball को सबसे पहले 20 खिलाडी भी खेलते थे उस समय खिलाडियों की संख्या निर्धारित नहीं थी। उसके बाद इस खेल में खिलाडियों की संख्या 6 निर्धारित की हाई थी। उस समय Volleyball को 8 फुट के नेट के साथ खेला जाता था।

आज इस खेल में खिलाडियों की संख्या 6 निर्धारित की गयी है। परन्तु समय के साथ साथ इस खेल में संसोधन होता रहता है। 



कनाडा ने सबसे पहले वालीबॉल खेल को 1900 में अपनाया था। कनाडा के बाद क्यूबा ने भी इस खेल को 1905 प्रचलित किया था। वालीबॉल को विश्व विख्यात करने के लिए अमेरिका की एक संस्था जिसका नाम वाई.ऍम.सी.ए ने अपनी पूरी भूमिका निभाई। 


International वालीबॉल Federation की स्थापना सन 1947 में हुई थी। इसके अलावा भारतीय वालीबॉल संघ की स्थापना सन 1951 में हुई थी।

Volleyball की वर्ल्ड championship सबसे पहले पराग (चेकोस्लोवाकिया) में 1949 में की गयी थी। इस समय चेकोस्लोवाकिया ने ही इस प्रतियोगिता को जीत लिया था। वॉलीबॉल को सबसे पहले एशियाई खेलों में 1955 में शामिल किया गया था। सन 1964 में वॉलीबॉल को पहली बार टोक्यो में olympic खेलों में शिमिल किया गया था।

सबसे पहले वॉलीबॉल को बाहर ही खेला जाता था परन्तु आज इस खेल को आउटडोर और इंडोर खेला जाता है। आज के समय में ये खेल पूरी दुनिया के साथ साथ भारत में भी लोकप्रिय और बहुत अधिक केले जाने वाला खेल है। शायद आपको इस बात के जानकारी नहीं होगी कि वॉलीबॉल Himachal Pradesh का राज्य खेल है।

भारत में महिलाओं की नेशनल वॉलीबॉल की प्रथम प्रतियोगिता 1953 में जबलपुर में खेली गयी थी और इस प्रतियोगिता में उत्तर pradesh ने बाजी मारी थी। पुरुषों की प्रथम नेशनल प्रतियोगिता 1952 में मद्रास में की गयी थी। इस प्रतियोगिता को मैसूर ने जीता था। 

Volleyball खेल की कुछ याद रखने योग्य बातें

वालीबॉल खेल के मैदान की लम्बाई 18 मीटर होती है।

वालीबॉल खेल के मैदान की चौड़ाई 9 मीटर होती है।

वालीबॉल के मैदान की सीमा की रेखाओं की चौड़ाई 5 सेंटीमीटर होती है।

Volleyball नेट की लम्बाई 9.50 मीटर होती है।

नेट की चौड़ाई 1 मीटर होती है।

नेट के छेद 10 सेंटीमीटर × 10 सेंटीमीटर

पुरुषों के लिए नेट की धरती से ऊँचाई 2 मीटर 43 सेंटीमीटर

स्त्रियों के लिए नेट की धरती से ऊँचाई 2 मीटर × 24 सेंटीमीटर

वॉलीबॉल के गेंद का भार 260 से 280 ग्राम होता है

वॉलीबॉल के गेंद की परिधि 65 सेंटीमीटर से 67 सेंटीमीटर होती है 


Volleyball से जुड़े कुछ जरुरी कौशल

सर्विस देना:- इस खेल में सर्विस अंतिम रेखा को छुए बिना मुठी बंद करके या फिर खुले हाथ से नाइन मीटर बाहर से अपनी विरोधी टीम तक पहुंचाई जाती है। और सर्विस करने वाले खिलाडी को सर्विस करने से पहले बॉल को टॉस करने महत्वपुर्ण होता है।

Smashing करना:- ये ऐसी तकनीक होती है जिसमे बॉल को अपने विरोधी टीम के क्षेत्र में जोर से मारा जाता है। यह तकनीक खिलाडी के मानसिक संतुलन, चुस्ती और फुर्ती पर निर्भर करती है। इस तकनीक में ताकत का भी प्रयोग करना पड़ता है।

पासिंग तकनीक:- जब विरोधी टीम दूसरी टीम को सर्विस देती है तो दूसरी टीम दोनों हाथों से सर्विस उठाकर अपने खिलाडी की तरफ पास करते हैं इस तकनीक को पासिंग तकनीक कहते हैं। यह तकनीक खड़े खड़े, बैठकर, आगे, पीछे कदम लेकर की जाती है।

बूस्टिंग तकनीक:- यह तकनीक तीन प्रकार की होती है।

लो सेट उप:- इस तकनीक में बॉल को जाल के पास सेट किया जाता है।

हाई सेट उप:- इस तकनीक में बॉल को ऊँचा देखकर हार्ड hit के लिए तैयार किया जाता है।

डायगोनल सेट उप

बाल को रोकना:- वॉलीबॉल में बॉल को तीन प्रकार से रोका जा सकता है।

1 खिलाडी के दुआरा, 2 खिलाडी के दुआरा, और 3 खिलाडी के दुआरा 


वालीबॉल खेल के नियम (Volleyball Game Rules)

Rule 1:- जैसा की हम जानते हैं की अधिकतर खेलों को टॉस के साथ शुरू किया जाता है उसी प्रकार वालीबॉल को भी टॉस के साथ शुरू किया जाता है।

Rule 2:- टॉस जीतने वाली टीम क्षेत्र या सर्विस में से एक को चुनती है।

Rule 3:- जिस खिलाडी को जो नंबर मिला होता है उस खिलाडी को नंबर के हिसाब से अपने स्थान पर खड़ा होना पड़ता है।

Rule 4:-जब भी सर्विस बदलकर अंक आने पर खिलाडियों की स्थिति में परिवर्तन किया जाता है।

Rule 5:- अगर किसी टीम के लगातार अंक आते हैं तो किसी भी खिलाडी की स्थिति में कोई परिवर्तन नहीं किया जाता है।

Rule 6:- वॉलीबॉल में खिलाडियों का परिवर्तन घडी की सुई की तरह होता है।

Rule 7:- जब तक रैफरी आदेश नहीं देता खिलाडी सर्विस नहीं दे सकता है।

Rule 8:- सर्विस के लिए हर खिलाडी को 8 सेकंड का समय दिया जाता है।

Rule 9:- जब रैफरी सर्विस का आदेश देता है तो खिलाडी बॉल को ड्रिबल कर सकता है बाल को टॉस करना भी खेल के समय में गिना जाता है।

Rule 10:- हर एक सेट में दोनों टीमों हो दो सेट दिए जाते हैं। 

Volleyball Games Rules 11-20

11. अगर कोई खिलाडी रैफरी की सिटी से पहले सर्विस करता है तो उस सर्विस को दोबारा से किया जाता है।

12. जब पहली सर्विस की जाती है तब अगर बाल नेट को हिट करता है तो उस सर्विस को फ़ाउल माना जाता है।

13. अगर किसी खिलाडी को अपनी बात रैफरी के साथ रखनी है तो वह अपने कप्तान के माध्यम से अपनी बात रख सकता है।

14. यदि कोई खिलाडी किसी प्रकार का छोटा अपराध करता है तो उस खिलाडी को चेतावनी दी जाती है और अगर कोई बड़ा अपराध करता है तो विरोधी टीम को एक अंक और एक सर्विस का तोहफा दिया जाता है और हाँ अगर वही खिलाडी बार बार नियमों का उलंघन करता है तो उस खिलाडी को अयोग्य घोषित कर दिया जाता है।

15. अन्य खेलों की तरह रैफरी का फैसला अंतिम फैसला माना जाता है।

16. हर टीम विरोधी टीम के कोर्ट में बाल पहुँचने के बाद तीन बार बाल के सम्पर्क में आ सकता है।

17. जब अंतिम सेट होता है तो दोनों टीमों की दिशा में परिवर्तन किया जाता है लेकिन सर्विस वाही कर सकती है जिसके पास सर्विस होती है।

18. कोई भी खिलाडी अपने प्रशिक्षक की सलाह केवल टाइम आउट के दौरान ले सकता है।

19. Volleyball Game के टाइम आउट समय 30 सेकंड का होता है।

20. हर टीम में एक लिब्रो खिलाडी होता है और वह खिलाडी केवल रक्षात्मक खिलाडी के रूप में खेल सकता है। 

Volleyball Games Rules 21-29

21. लिब्रो खिलाडी को बार बार बदला जा सकता है।

22. लिब्रो खिलाडी की वर्दी बाकी पांच खिलाडियों से अलग ही होता है।

23. ये जो लिब्रो खिलाडी होता है ये ना ही स्मैश कर सकता है, न सर्विस दे सकता है और न ही ब्लाक कर सकता है।

24. हर सेट के बाद मध्य में खिलाडियों को 2 मिनट का समय दिया जाता है।

25. Volleyball game में नेशनल या international मैच पांच सेट का होता है। इसमें पहले चार सेट 25 अंक के होते हैं और पांचवा सेट 15 अंक का होता है।

26. टाइमआउट तभी दिया जाता है जब बॉल डेड हो जाए अथवा बॉल खेल से बाहर हो जाता है।

27. अगर किसी दुर्घटना के कारण कोई खिलाडी जख्मी हो जाता है तो उस समय 3 मिनट का समय दिया जाता है और ये तभी संभव है जब खिलाडी बदला जाए।

28. मैच को जितने के लिए टीम को पांच में से तीन सेट जीतने पड़ते हैं।

29. यदि 25 अंकों में दोनों टीमों के अंक 24-24 हो जाते हैं तो ऐसी स्थिति में दो अंकों से आगे होगी वही टीम विजेता घोषित की जाती है। 

Volleyball में खिलाडियों के खड़े होने की स्थिति

पहले नंबर का खिलाडी:- इस खिलाडी को सर्विस मैन कहा जाता है।

दुसरे नंबर का खिलाडी माइनस मैन

तीसरे नंबर का खिलाडी बूस्टर

चौथे नंबर का खिलाडी spiker

पांचवें नंबर का खिलाडी थर्ड मैन

छठे नंबर का खिलाडी center मैन

 

Frequently Asked Questions (FAQ)

Question 1:- वॉलीबॉल में खिलाडियों की संख्या कितनी होती है?

Answer:- volleyball में खिलाडियों की संख्या 6 होती है।

Question 2:- सबसे पहले वॉलीबॉल की वर्ल्ड championship कब और कान्हा हुई थी?

Answer:- सबसे पहले वॉलीबॉल की championship चैकोस्लोवाकिया के पराग में 1949 में खेला गया था।

Question 3:- वॉलीबॉल के एक मैच में कितने सेट होते हैं?

Answer:- Volleyball के एक मैच में 5 सेट होते हैं।

Question 4:- मैच के एक सेट में कितने अंक होते हैं?

Answer:- जो पहले 4 सेट होते हैं उनमे 25 अंक और पांचवे सेट में 15 अंक होते हैं।

Question 5:- मध्य से पुरुषों और महिलाओं के लिए नेट की ऊंचाई कितनी होती है?

Answer :- पुरुषों के लिए 2.43 मीटर और महिलाओं के लिए 2.24 मीटर होनी चाहिए।

Question 6:- Volleyball Game में नेट की लम्बाई और चौड़ाई कितनी होती है?

Answer:- नेट की लम्बाई 9.50 मीटर और चौड़ाई 1 मीटर होती है।

Question 7:- एंटीना की ऊँचाई कितनी होनी चाहिए?

Answer:- एंटीना की ऊँचाई 1.80 मीटर होनी चाहिए।

Question 8:- Attacking Line की मध्य रेखा से दुरी कितनी होती है?

Answer :- Attacking Line की मध्य रेखा से दुरी 3 मीटर होनी चाहिए।

Question 9:- क्या खिलाडी शरीर की किसी अन्य भागों से बॉल को छु सकता है?

Answer:- हाँ।

Question 10:- Pole की साइड लाइन से दुरी कितनी होनी चाहिए और ऊँचाई कितनी होती है?

Answer:- ऊंचाई 2.55 मीटर और साइड लाइन से 0.50 मीटर से 1.0 मीटर दुरी होनी चाहिए। 


Post a Comment

Please do not enter any spam link in comment box.

Previous Post Next Post