Kho-Kho Game Rules, History, and Ground Measurement in Hindi
खो खो को हम दूसरे शब्दों में जाओ और पकड़ो भी कह सकते हैं, kho kho game में दूसरे खिलाडी के पीछे भागना बचाव करना, और चैसिंग करना जैसी गतिविधिया शामिल हैं।
Kho Kho game भारत के लोकप्रिय खेलों में से एक है। ऐसा मन जाता है कि kho kho की उत्पत्ति पकड़म पकड़ाई से हुयी है। भारतीय खो खो संघ की स्थापना सन 1960 ई० में हुई थी।
भारत मे 1960 में पहली राष्ट्रीय kho kho प्रतियोगिता आरम्भ की गयी थी। इसके बाद खो खो federation of India ने इस खेल को बढ़ावा देने के लिए दो प्रकार के पुरष्कार आरम्भ किये। यह पुरुष्कार 1963-64 में शुरू किये गए।
पुरुषों के लिए पुरुष्कार के नाम 'एकलब्य' और जो पुरुष्कार इस्त्रियों के लिए शुरू किया गया उसका नाम 'रानी की झाँसी' था। ऐसा मन जाता है कि Kho kho game प्राचीन समय से चलता आ रहा एक लोकप्रिय game है।
पुराने समय में यह game महाराष्ट्र में रथ के ऊपर बैठकर खेला जाता था। यही कारण था कि खो खो को 'रथेड़ा' के नाम से भी जाना जाता था।
kho kho federation of India के बाद 1971 में खिलाडियों को अर्जुन अवार्ड दिए जाने लगा। और इसी साल में (1971ईo) में ही राष्ट्रीय जूनियर खो प्रतियोगिता शरू की गयी। पटिआला राष्ट्रीय संसथान ने 1971 में खो खो orientification का course भी आरम्भ किया था।
जूनियर प्रतियोगिता भी भारतीय खेलों में 1980 में शामिल किया गया। kho kho game भारत के अलावा नेपाल, सिंगापूर, श्रीलंका, पाकिस्तान और बांग्ला देश में भी खेला जाता है।
Kho-Kho Ground Measurement | खो-खो फील्ड का क्षेत्र माप वरिष्ठ खिलाडियों के लिए
अगर आप खो खो खेल में रूचि रखते हैं तो जाहिर से बात है कि आपको Kho kho Ground Measurement के बारे में भी पूरी जानकारी होनी चाहिए।
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खो खो के मैदान की shape आयताकार होती है। अगर Kho Kho Ground की लम्बाई की बात करें तो 29 मीटर लम्बाई और 16 मीटर चौड़ाई होती है। मैदान के चरों तरफ एक लॉबी होती है इस लॉबी की चौड़ाई 1.5 होती है।
Kho Kho ग्राउंड के दोनों किनारों पर दो पोल लगाए जाते हैं। इन पोल की ऊंचाई 120 सेंटीमीटर होती है।
इसके अलावा मैदान के बीचों बीच एक गली बनायीं जाती है और इस गली को 30 सेंटीमीटर चौड़ा रखा जाता है।
Sr.No |
क्षेत्र माप वरिष्ठ खिलाडियों के लिए |
|
1. |
खो खो मैच की समय अवधि |
(9+5+9)10(9+5+9) |
2. |
Pole का घेरा |
30-40 सेंटीमीटर |
3. |
pole की ऊंचाई |
1.20 - 1.25 मी |
4. |
पारियों के मध्यांतर विश्राम का समय |
5 मिनट |
5. |
खो खो field की लम्बाई |
29 मीटर |
6. |
खो खो field की चौड़ाई |
16 मीटर |
7. |
हर लेन के वर्ग माप |
8 मीटर |
8. |
प्रत्येक पारी का निराधित समय |
9 मिनट |
9. |
ग्राउंड के अंत में ब्लाक का माप |
16 ×2.75 मीटर |
10. |
वर्ग की नजदीकी दुरी |
2.30 मीटर |
11. |
Centre गली की Length |
23.50 मीटर |
12. |
Centre गली की width |
30 centimetre |
13. |
खो खो में खेलने वाले खिलाडियों की संख्या |
9 |
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Sr.No |
क्षेत्र माप सब जूनियर खिलाडियों के लिए |
|
1. |
खो खो मैच की समय अवधि |
(7+2+7) 5 (7+2+7) |
2. |
Pole का घेरा |
30-40 सेंटीमीटर |
3. |
pole की ऊंचाई |
1 मी |
4. |
पारियों के मध्यांतर विश्राम का समय |
5 मिनट |
5. |
खो खो field की लम्बाई |
25 मीटर |
6. |
खो खो field की चौड़ाई |
14 मीटर |
7. |
हर लेन के वर्ग माप |
8 मीटर |
8. |
प्रत्येक पारी का निराधित समय |
7 मिनट |
9. |
ग्राउंड के अंत में ब्लाक का माप |
14 ×2.25 मीटर |
10. |
वर्ग की नजदीकी दुरी |
1.90 मीटर |
11. |
Centre गली की Length |
19.90 मीटर |
12. |
Centre गली की width |
30 centimetre |
13. |
खो खो में खेलने वाले खिलाडियों की संख्या |
9 |
खो-खो खेल के नियम | Kho Kho Rules in Hindi
Rule 1 :- अन्य खेलों की तरह खो खो game को भी टॉस के साथ शुरू किया जाता है। और जो टीम टॉस जीतती है वह टीम अपनी इच्छानुसार चैसिंग या रनिंग को भी छू सकती है।
Rule 2:- खो खो में time out नहीं होता है।
Rule 3:- Chaser और runner अपनी इच्छानुसार समय समाप्त होने से पहले अपनी पारी को समाप्ति घोषणा कर सकता है।
Rule 4:- Chaser का मुँह हमेशा एक दूसरे की विपरीत दिशा में होता है।
Rule 5:- अगर मैच समाप्त होने तक दोनों टीमों के के अंक बराबर होते हैं तो मैच को निर्णय तक ले जाने के लिए एक एक पारी और खेली जाती है।
Rule 6:- खो बोलने के आवाज स्पष्ट और बैठे हुए खिलाडी को उठने के बाद की जाती है।
Rule 7 :- Chaser center लेन को नहीं छू सकता।
Rule 8:- runner को आउट करने के लिए chaser का runner को चुना महत्वपूर्ण होता है।
Rule 9:- जब तक एक chaser दूसरे chaser को छूकर खो नहीं देता chaser अपनी जगह से नहीं उठ सकता है।
Rule 10:- Chaser को अपनी जगह पर इस तरह बैठना पड़ता है ताकि runner को कोई अड़चन न हो। अगर उसकी रूकावट से आउट होता है तो उसे आउट नहीं माना जाता है।
Rule 11:- chaser को pole लाइन cross करना आवश्यक होता है।
Rule 12:- अगर बैठा हुआ कोई खिलाडी rules का उलंघन करता है तो उसे फ़ाउल माना जाता है।
खो खो के कुछ मूल कौशल
रनर का दौड़ना:- खो खो खेल के दौरान रनर खिलाडी किसी भी स्थान में जो फील्ड बनी होती है दौड़ सकता है।
जो chaser खिलाडी बैठे होते हैं उनके बीच भी दौड़ सकता है और उसने आउट होने से बच सकता है। जरुरी नहीं की एक ही दिशा में दौड़ सकता है कहने का अर्थ है वह खिलाडी जिग जग भी दौड़ सकता है।
Chasing का तरीका:- इसमें chaser अपने दोनो हाथों को फैला कर अपनी तकनीक और फुर्ती से रनर को छू सकता है।
खो खो में खड़े होने का तरीका :- chaser अलग अलग ढंग से खड़े हो सकता है जैसे बंदर स्टाइल में , सीधे खड़े होकर या फिर दोनों टीके से भी खड़ा हो सकता है।
खो खो खेलने के लाभ | Benefits of Kho Kho game in Hindi
· खो खो खेलने से हमारे शरीर को चुस्ती और तंदुरुस्ती मिलती है |
· अगर हमारे शरीर का विकास रुक गया हो तो खो खो के माध्यम से हमारे शरीर का विकास पूर्ण रूप से होता है |
· खो खो खेलने से हमारे शरीर में रोगों से छुटकारा मिलता है अर्थात हमारे शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढती है |
· हमारे दिमाग की एकाग्रता बढ़ने के लिए खो खो एक अच्छी गेम है |
· खो खो हमारे शरीर और हाथ पावों की माश्पेशियों को मजबूत बनती है |
· खो खो खेलने से मोटापे कैसी बिमारियों से छुटकारा मिलता है |
Frequently Asked Questions (FAQ)
Question:-1 खो खो क्षेत्र का मापदंड कितना होना चाहिए ?
Answer:- खो खो क्षेत्र का मापदंड 29मीटर 16 मीटर कितना होना चाहिए|
Question:-2 खो खो में वर्गों का आकर कितना होता है ?
Answer:- खो खो में वर्गों का आकर 30*30 सेंटीमीटर होता है |
Question:-3 मध्य रेखा क्या होती है ?
Answer:- मध्य रेखा खो खो खेल को दो भागों में बांटती है | ये 30 सेंटीमीटर खुली रेखा होती है और इसकी लम्बाई 23.50 मीटरहोती है |
Question:-4 खो खो में क्रॉस लाइन की दुरी कितनी होनी चाहिए ?
Answer:- खो खो में क्रॉस लाइन पहली और अंतिम रेखा के खम्भे की लाइन से दुरी 2.50 मीटर और क्रॉस लेन के बीच 2.30 मीटर होनी चाहिए |
Question:-5 खो खो में रेक्टेंगल क्या होता है ?
Answer:- ये खम्भे के दोनों और बहार का क्षेत्र होता है | यह क्षेत्र 16 मीटर 2.75 मीटर होता है |
Question:-6 खो खो में खम्भों का व्यास और लम्बाई कितनी होनी चाहिए ?
Answer:- खो खो में खम्भे का व्यास 120-125 सेंटीमीटर और लम्बाई 30-40 होती है |
Question:-7 खो खो में क्रॉस लेन किसे कहते हैं ?
Answer:- प्रतेक प्रतीकोंन 16 मीटर लम्बा और 30 मीटर खुला होगा | मध्य रेखा से सही दिशा में भाग होंगे और दो मध्य भागों में बनता जायेगा, इसे क्रॉस लेन कहा जाता है |
Question:-8 खो खो में कितनी क्रॉस लेन होती है ?
Answer:- खो खो में 8 क्रॉस लेन होती हैं |
Question:-9 खो खो में pole की परिधि कितनी होती है ?
Answer:- खो खो में pole की परिधि 28 से 30 सेंटीमीटर होती है |
Question:-10 चसेर किन खिलाडियों को कहा जाता है ?
Answer:- जो खिलाडी घेरे में बैठे होते हैं उनको चसेर कहा जाता है |
Question:-11 खो खो के खेल की अवधि कितनी होती है ?
Answer:- दो इनिंग 9 मिनट, प्रतेक जिसमे 5 मिनट मध्यांतर के लिए और 9 मिनट दोबारा मध्यांतर के बाद (9-5-9) मिनट |
Question:-12 खो खो में एक्टिव रनर किसे कहा जाता है ?
Answer:- चेस करने वाले खिलाडियों के विरोधी रनर कहलाते हैं |
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