रक्त के महत्व | Blood Circulatory system Importance, Function & Composition in Human Body in Hindi

मानव शरीर में रक्त एक ऐसा तरल पदार्थ है जिसके बिना इंसान एक पल भी जिन्दा नहीं रह सकता है। अतः हमारे शरीर को जीवित रखने के लिए रक्त का महत्वपूर्ण योगदान होता है। 

Human Body Blood Circulatory system


रक्त हमारे शरीर की सभी कोशिकाओं तक भोजन और ऑक्सीजन पहुंचने का कार्य करता है। इसके अलावा यह कार्बन डाइऑक्सइड जैसी व्यर्थ पदार्थो को हमारे शरीर से बाहर निकलने में सहायता करता है।

रक्त लाल रंग का एक तरल पदार्थ होता है जो हमारे शरीर में पाया जाता है। हमारे शरीर की कोशिकाओं में हिमोग्लोबिन नामक लाल रंग पाया जाता है। इसलिए रक्त लाल होता है। 


रक्त को चार भागों में बांटा गया है।

रक्त रस (plasma):- रक्त का यह भाग तरल अवस्था में होता है। इसमें 90%पानी की मात्रा , लगभग 80% प्रोटीन और नमक इत्यादि पाए जाते है। रक्त का यह भाग आक्सीजन को हमारी कोशिकाओं तक पहुंचाता है।

इसके आलावा कार्बन डाइआक्साइड जैसी व्यर्थ को बहार निकलने का कार्य करता है। रक्त की महत्वपूर्ण भूमिका यह भी है कि यह हमारे शरीर में उत्पन्न होने वाले बिमारियों को कीटाणुओं से भी हमारी रक्षा करता है।

सफेद रक्त कण:- सफेद रक्त कण का कोई भी रंग नहीं होता अथार्त यह रंगहीन होते है। हमारे शरीर में सफेद रक्ताणु की संख्या लाल रक्त कण की संख्या से काफी कम पाई जाती है। हमारे शरीर में सफेद  रक्ताणुओं का कार्य विमार करने वाले कीटाणुओं को हमारे शरीर से बाहर निकाल  फेंकता है इसके अलावा यह रक्त कण हमारे शरीर के टूटे तन्तुओं को जोड़ने में सहायता करते है।

लाल रक्त कण:- लाल रक्त कण हमारे शरीर में ऐसे रक्त कण होते हैं जो कि 5 -6 सप्ताह तक ही जीवित रहते है। यह रक्त कण आक्सीजन को हमारी शरीर की कार्बन डाइआक्साइड बाहर निकालती है।

रक्त जमाव कण:- यह रक्त कण सफेद रक्त कण और रक्त रस कण की अपेक्षा छोटे पाए जाते है। इन रक्त कण का मुख्य कार्य यह होता है कि अगर हमारे शरीर में चोट लग जाए तो वह खून को बहने से रोकता है। अर्थात जब हमारे शरीर से रक्त बहने लगता है तो यह blood कण हमारे खून को जमा देता है जिससे खून का बहना बन्द हो जाता है।

Importance & Function of blood in Human Body in Hindi


खून हमारे शरीर के तापमान को नियंत्रित रखने में सहायता करता है।

यह फेफड़ों से आक्सीजन लेकर हमारे शरीर के विभिन अंगो तक पहुंचने का कार्य करता है।

Blood व्यर्थ के पदार्थो को हमारे शरीर से बाहर निकालने में सहायता करता है।

यह पचे हुए भोजन को हमारे शरीर के विभिन अंगों तक पहुंचाने का कार्य करता है।

हमारे शरीर में जल का संतुलन बनाए रखने में सहायता करता है।

शरीर की ग्रथियों से हार्मोन लेकर हमारे अंगों तक पहुंचाने में मदद करता है।

सफेद रक्त कण बाहरी कीटाणुओं से हमारी रक्षा करते है।

Blood हमारे जिगर में पाए जाने वाले अपशिष्ट यूरिया को गुर्दे में पहुंचाने में सहायता करता है। 


मानव शरीर में रक्त चार भागों में पाया जाता है।
ओ ग्रुप ,(O+) ,ए बी ग्रुप (AB +), ए ग्रुप (A +),बी ग्रुप (B +)


मानव शरीर में रक्त संचार के अंग

धमनियां:- मानव शरीर में धमनियां हमारे ह्रदय से शुरू होती है और कोशिकाओं तक ख़त्म होती है। और यही धमनियां हमारे शुद्ध रक्त को ह्रदय से शरीर में ले जाने में सहायक होती है।

ह्रदय:- ह्रदय ही हमारे शरीर का महतवपूर्ण अंग है जो शरीर के पुरे भागों में खून को पहुंचाता है और फेफड़ों को अशुद्ध रक्त को शुद्धिकरण के लिए पहुंचाता है। और ह्रदय गति का सन्तुलन बनाए रखता है।

कोशिकाएँ:- रक्त का मुख्य कार्य कोशिकाओं से किया जाता है। यह हमारे शरीर में आक्सीजन को पुरे शरीर में पहुंचाने का कार्य करती है और मल आदि व्यर्थ के पदार्थो को गुर्दे में ले जाने में सहायता करती है।

शिराए:- हमारे शरीर की शिराए खराब रक्त को दिल में पहुंचाने का कार्य करती है यही रक्त Heart के दाई और इकट्ठा होकर फेफड़ों में चला जाता है।

व्यायाम के रक्त संचार प्रणाली पर प्रभाव (Effect of Exercise on Blood Circulatory system in Hindi)

ह्रदय की कार्य शक्ति में बढ़ावा:- व्यायाम करने से हमारे ह्रदय की कार्य शक्ति को बढ़ावा मिलता है। हमारे ह्रदय सामान्यतय महाधमनी को 4 लीटर के आसपास एक मिनट में रक्त भेजता है। 

अगर हम व्यायाम करते है तो यही 4 लीटर बढ़कर एक मिनट में 30 लीटर तक हो जाता है। अतः इससे हमारे शरीर में ह्रदय की कार्यशक्ति में बढ़ोतरी होती है।

ह्रदय के आकर का बढ़ना:- ह्रदय की धड़कन को बढ़ाने के लिए हमारे शरीर को व्यायाम की आवश्यकता रहती है। अतः जब हम व्यायाम करते है तो हमारे दिल की धड़कन में बृद्धि हो जाती है। धड़कन बढ़ने से हमारे ह्रदय का व्यायाम भी हो जाता है। 

इसी व्यायाम के कारण हमारे ह्रदय की मांसपेशियों का आकार भी बढ़ जाता है। अतः ह्रदय की कार्य कुशलता बढ़ाने के लिए व्यायाम का करना बहुत आवश्यक होता है।

श्वेत रक्त कण में बढ़ोतरी:- श्वेत रक्त कण को बढ़ाने के लिए हमारे शरीर के लिए व्यायाम बहुत महत्वपूर्ण है। यह श्वेत रक्त कण बाहरी कीटाणुओं से हमारी रक्षा करते है। अतः जब व्यायाम करते हैं तो हमारे शरीर में श्वेत कण बहने लगते है और विमारियों से लड़ने की क्षमता बढ़ती हैं।

आक्सीजन लेना और कार्बन डाइआक्साइड को बाहर निकालना:- व्यायाम करने के दौरान हमारे शरीर में रक्त प्रवाह काफी तेज हो जाता है। जिससे आक्सीजन ग्रहण करने की क्षमता भी बढ़ जाती है। अतः जब हम व्यायाम करते है तो रक्त हमारे शरीर की सभी कोशिकाओं तक पहुंच जाता है। और कार्बन डाइऑक्साइड के निकास की मात्रा बढ़ जाती है।

रक्त में वृद्धि :- हमारे शरीर की कोशिकाए सामान्यता बढ़ती रहती है। परन्तु जब हम व्यायाम करते हैं तो कोशिकायें फूलना शुरू हो जाती है अर्थात रक्त पूर्ति में वृद्धि हो जाती है। अतः व्यायाम की रक्त वृद्धि में महत्वपूर्ण भूमिका होती है।

व्यर्थ पदार्थ को बहार निकलने में सहायता:- व्यायाम करने से हमारे शरीर के व्यर्थ पदार्थों को बाहर निकाला जा सकता है। अतः व्यायाम करने से पसीने जैसे व्यर्थ पदार्थ तेजी से बाहर निकलते हैं।

लाल रक्त कण में वृद्धि :- लाल रक्त कण हमारे शरीर में ऑक्सीजन पहुँचाने में सहायता करते हैं। व्यायाम करने से लाल रक्ताणु की मात्रा हमारे शरीर में 10% तक बढ़ जाती है। जो हमारे शरीर के लिए काफी लाभदायक है।

दिल की धड़कन में कमी :- साधारण व्यक्ति के दिल की धड़कन 1 मिनट में 72 बार धड़कती है। इस धड़कन को व्यायाम करके काम किया जा सकता है। अर्थात जो व्यक्ति रोज़ाना व्यायाम करते हैं उनके दिल की धड़कन 1 मिनट में 72 से काम होकर 60-65 तक हो जाती है। इसका कारण यह है की व्यायाम से शरीर में रक्त गति बढ़ जाती है। और दिल की धड़कन की गति में कमी आ जाती है।

रोगों में कमी :- शरीर की धमनियों की लचक बढ़ाने के लिए व्यायाम महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। हमारे शरीर में जो रक्त नालियां होती हैं उनमे चर्बी जम जाती हैं, जिनको हम व्यायाम से सही कर सकते हैं। जिसके कारण रक्तचाप जैसे बीमारियोँ से छुटकार मिलता है। अतः हम व्यायाम करके अपने स्वस्थ रख सकते हैं।

थकावट में कमी:- हमारे शरीर में थकान लेक्टिक एसिड के जमाव के कारण होती है। अतः अगर जब हमारे शरीर में लेक्टिक एसिड बढ़ता है तो हमें थकान जल्दी हो जाती है। इस लेक्टिक एसिड के जमाव को व्यायाम से दूर किया जा सकता है। जिसके परिणामस्वरूप हमारे शरीर में थकावट कम महसूस होगी।

शरीर के तापमान का संतुलन :- बिना व्यायाम के मानव शरीर का तापमान एक समान नहीं रह सकता। अतः शरीर के तापमान को व्यायाम करके एक समान रखा जा सकता है।

कोशिकाओं में वृद्धि :- हमारे शरीर की कोशिकायों की वृद्धि करने के लिए व्यायाम का करने बहुत महत्वपूर्ण होता है, अतः लगातार व्यायाम करने से कोशिकाओं की सक्रियता बढ़ जाती है।

विशेष अंग को अधिक रक्त की जरुरत :- हमारे शरीर के अंग, जो अधिक काम करते हैं उन्हें अधिक Blood की जरुरत पड़ती है। और उन अंगोँ को रक्त की पूर्ति व्यायाम से की जा सकती है।  

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