DFO क्या है | DFO full Form | Meaning Forest Department in Hindi

Divisional Forest Officer (DFO) क्या है? DFO full form in Hindi

क्या आप जानते हैं की DFO की फुल फॉर्म (Meaning) क्या होती है? DFO भारतीय forest department में एक अधिकारी होता है जिसके उपर वनों की रक्षा की जिमेबारियाँ दी जाती हैं।

इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको बताएँगे की DFO meaning, DFO Full Form in Hindi आदि के बारे में बताएँगे।

यदि आप DFO शब्द के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो हम इस आर्टिकल में आपको बताएँगे कि DFO बनने के लिए आपकी क्या योग्यता होनी चाहिए, DFO का meaning और पूरा नाम क्या है आदि के बारे में बताएँगे।

DFO full Form :- Divisional Forest Officer (डिविशनल फॉरेस्ट ऑफिसर)

DFO Full Form in Hindi:- प्रभागीय वन अधिकारी

DFO Full Form



भारत में किसी राज्य में Forst Department के इस अधिकारी को DFO के नाम से जाना जाता है जबकि कई राज्यों में इस अधिकारी को DCF के नाम से भी जाना जाता है। जिसका meaning (Full Form)Deputy Conservator of Forests होता है।

DFO के कार्य

भारत में forest department के DFO को कई शक्तियां प्रदान की गयी हैं। DFO के पास इतनी शक्तियां होती हैं की अगर कोई व्यक्ति 1927 के भारतीय वन अधिनियमों का उलंघन करता है तो DFO उस व्यक्ति को सजा दे सकता है।

DFO के कार्य और शक्तियां निम्नलिखित हैं।


भारतीय Forest Department का DFO जंगलों का बचाव और अवैध रूप से होने वाली लकड़ी चोरी को रोकने का कार्य करता है।

यदि कोई व्यक्ति विशेष भारतीय वन विभाग के नियमो का उलंघन करता हो तो एक DFO उस व्यक्ति की गाडी को जब्त कर सकता है या फिर जुर्माना भी दाल सकता है।

यदि कोई व्यक्ति वन्य सामग्री को एक जगह से दूसरी जगह ले जाना चाहता है तो उस व्यक्ति को उस प्रभाग से परमिट लेना पड़ता है और जो DFO दुआरा दिया जाता है।

Forest Department DFO के बारे में जानकारी


यदि आप ऐसे करियर में रुचि रखते हैं जो आपको बाहर काम करने और पर्यावरण की रक्षा करने में मदद करता है, तो डिवीजनल फॉरेस्ट ऑफिसर (डीएफओ) बनना आपके लिए सही काम हो सकता है। 

DFO वनों के प्रबंधन और यह सुनिश्चित करने के लिए जिम्मेदार हैं कि उनका निरंतर उपयोग किया जाए। वे जनता के बीच पर्यावरण जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए भी काम करते हैं और उन्हें पर्यावरण पर उनके प्रभाव को कम करने के लिए कदम उठाने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।

इस ब्लॉग पोस्ट में, हम चर्चा करेंगे कि डीएफओ बनने के लिए क्या करना पड़ता है और इस पद पर आने के बाद आपके कर्तव्य क्या होंगे।

भारत की वन सेवा मंत्रालय की एक शाखा है जिसे यह सुनिश्चित करने का काम सौंपा गया है कि भारत अपने प्राकृतिक संसाधनों को बनाए रखे। 

सदस्य राष्ट्रीय उद्यानों, टाइगर रिजर्व और वन्यजीव अभयारण्यों का प्रबंधन अन्य चीजों के साथ-साथ भविष्य की पीढ़ियों के लिए इन स्थलों की रक्षा के लिए करते हैं, जबकि इसके भीतर एक स्वतंत्र स्थिति के कारण "वन अधिकारी" नामक एक स्वतंत्र स्थिति के कारण खुद को जिला प्रशासन से दूर प्रशासनिक शक्ति का प्रयोग करते हैं।

भारतीय वन सेवा देश के बुनियादी ढांचे का एक अभिन्न अंग है। वे राष्ट्रीय वन नीति जैसी नीतियों को लागू करते हैं जो प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण और सहभागी स्थायी प्रबंधन के माध्यम से पारिस्थितिक स्थिरता सुनिश्चित करती हैं

सदस्य अपने डोमेन के भीतर राष्ट्रीय उद्यानों के साथ-साथ अन्य संरक्षित क्षेत्रों का प्रबंधन भी करते हैं। इन पदों में जिला / संभागीय अधिकारी (DFO) संरक्षक या अग्रिम सेवा प्रमुख शामिल हैं, जो इस बात पर निर्भर करता है कि क्या इसके शहरी आधारित उपखंड जिन्हें समय-समय पर रख रखाव की आवश्यकता होती है ताकि पारिस्थितिक स्थिरता को मजबूत किया जा सके।

Forest Department में DFO कैसे बने

यदि आप forest department में DFO बनना चाहते हैं तो आपको ये पता होना चाहिए कि इस pad के लिए योग्यता क्या होनी चाहिए, कौन कौन से subject के साथ आपकी पढाई होनी चाहिए आदि।

Divisional Forest Officer बनने के लिए सबसे पहले आपको बाहरवीं कक्षा उतीर्ण करनी पति है। और हाँ आपकी बाहरवीं साइंस में होनी चाहिए।

बाहरवीं पास करने के बाद आपको ग्रेजुएशन पास करनी पड़ती है और ग्रेजुएशन में आपके subject साइंस से सम्बंधित होने चाहिए।

UPSC के माध्यम से IFS की परीक्षा आयोजित की जाती है उस परीक्षा को उतीर्ण करना पड़ता है। इस परीक्षा को तीन चरणों में आयोजित किया जाता है। उन तीनो चरणों में पहले दो चरण लिखित रूप से लिए जाते हैं और तीसरे चरण में interview के रुप्प में होता है। अगर आप इन तीनो चरणों को पास कर लेते हैं तो DFO ऑफिसर बन सकते हैं।

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