मांसपेशी तन्त्र प्रणाली - Function and types of Muscular System in Hindi

मनुष्य की सुन्दर सरंचना केवल उसकी मांसपेशियों के कारण संभव है। हमारे शरीर की सभी 206 हड्डियां मांसपेशियों के साथ जुडी हुई है। अगर हमारे शरीर से बाहरी परत यानी चमड़ी को हटा दिया जाए तो सिर्फ एक मांस का टुकड़ा नजर आएगा, जीसे मांसपेशियां कहा जाता है।

हमारे शरीर की समस्त हड्डियां मांसपेशियों के साथ एक रेशेदार पदार्थ से जुडी होती है। और ये भी सच है कि हमारा शरीर 45% मांशपेशियों से बना है। हमारे शरीर की मांसपेशियों में 75% पानी, 18% प्रोटीन और एनी पदार्थ जैसे नमक बसा इत्यादि हैं।

मानव शरीर में लगभग 650 से भी अधिक मांसपेशियां होती हैं और इन मांसपेशियों को आहार हमारे शरीर में रक्त के माध्यम से मिलता है। हमारे शरीर में हड्डियों को गतिशीलता मांसपेसियों से मिलती है।


 

हमारे शरीर में मांसपेशियों के भाग (Parts of Muscles in human body)

पेट:- हमारे शरीर में सबसे भीतरी मांसपेशी पेट है।

जोड़:- हमारे शरीर में जो मांसपेशियां गतिशील हड्डियों से जुडी होती है उनको हम जो भी कह सकते है।

मूल:- ये वो मांसपेशियां होती हैं जो गतिशील रहित हड्डियों के साथ जुडी होती हैं उनको मूल मांसपेशियां कहा जाता है।

 

मानव शरीर में मांसपेशियों के प्रकार (Types of muscles in human body)

Voluntary Muscles (ऐच्छिक मांसपेशियां)

ये वह मांसपेशियां होती हैं जो हमारे शरीर में हमारी इच्छा के अनुसार कार्य करती हैं। इन मांशपेशियों को ऐच्छिक मांसपेशियां कहा जाता है। हमारे शरीर में टांगों की मांसपेशी, पेट की मांसपेशी और गर्दन की मांसपेशी ऐच्छिक मांशपेशियों के हिस्से है।.

Involuntary Muscles (अनैच्छिक मांसपेशियां):- ये हमारे शरीर की वह मांसपेशियां हैं जो हमारी नहीं अपनी इच्छा अनुसार कार्य करती हैं। इस प्रकार की मांसपेशियों को अनैच्छिक मांसपेशियां कहाजाता है। इस प्रकार की मांसपेशियों पर हमारा कोई भी नियंत्रण नहीं होता है। अनैच्छिक मांसपेशियों में दिल, फेफड़े, जिगर और अंतड़ियों की मांसपेशियां शामिल हैं। ये मांसपेशियां हमारी इच्छाओं के विरुद्ध काम करती हैं।

Cardiac Muscles (हृदय की मांसपेशियां):- हमारे शरीर में Cardiac Muscels वो मांसपेशियां होती हैं जो अपनी इच्छा अनुसार भी कार्य करती हैं और हमारी इच्छा के अनुसार भी कार्य करती हैं। 

 

मांसपेशी तन्त्र प्रणाली Function and types of Muscular System in Hindi

  • मांसपेशियां हमारे शरीर में सबसे महत्वपूर्ण कार्य करती हैं जो कि हमारे शरीर को जोड़ने का कार्य है। जिस कर्ण हम चल फिर सकते हैं।
  • मांसपेशियां हमारे शरीर को गति प्रदान करने में सहायता करती हैं।
  • इन कामों के अलावा मांसपेशियां हमारे शरीर में जो व्यर्थ पदार्थ होते हैं उनको बाहर निकलने का काम भी करती है।
  • हमारे शरीर को जो ताकत मिलती है वो मांसपेशियां के माध्यम से ही मिलती है ।
  • मांसपेशियां हमारे शरीर में भोजन को कोशिकाओं में पहुँचाने का कार्य भी करती हैं ।
  • हमारे शरीर में मांसपेशियां खाने को पचाने में भी सहायता करती हैं ।
  • दिमाग और शरीर के संतुलन में सहयोग करती हैं ।
  • स्वास क्रिया में भी मदद करती है।

व्यायाम का मांसपेशी संस्थान पर प्रभाव (Effect of Exercise on Muscular System)

हमारे शरीर में मांसपेशियों को स्वस्थ रखने के लिए व्यायाम की महत्वपूर्ण भूमिका है। अगर हम भरपूर मात्र में व्यायाम नहीं करते हैं तो हमारे शरीर की जटिलता समाप्त होने लगती है। अतः जब हम व्यायाम करते हैं तो हमारे शरीर पर निम्नलिखित प्रभाव पड़ते हैं।

1.   1. मांसपेशियों में शक्ति बढ़ना (Increase in strength of muscles):- अगर हमे अपनी मस्पेशियों को मजबूत बनाना है या फिर शक्ति को बढ़ाना है तो व्यायाम करना बहुत जरुरी है। लगातार व्यायाम करने से मांसपेसियों के आकार में वृद्धि होती है। मांसपेशियां छोटी छोटी कोशिकाओं से बनती है। व्यायाम करने से जब कोशिकाओं में वृद्धि होती है तो मांसपेशियों में भी वृद्धि होती है।


2. मांसपेशियों के आकार का बढ़ना:- व्यायाम करने से शरीर की मांसपेशियों के आकार में भी वृधि होती है।


3. नाड़ियों और मांसपेशियों का तालमेल बढ़ना:- अगर हमें अपने शरीर की नाड़ियों और मांसपेशियों का तालमेल बढ़ाना है तो व्यायाम बहुत जरुरी है।


4. शरीर का स्वस्थ रहना:- इस बात में कोई शक नहीं है की हमे अपने शरीर को स्वस्थ और सुंदर रखने के लिए व्यायाम की जरुरत रहती है। व्यायाम करने से हमारे शरीर के सभी अंग स्वस्थ रहते हैं। व्यायाम करने से शरीर मजबूत रहता है। अगर हम अपने शरीर को व्यायाम से वंचित रखेंगे तो बुढ़ापे में हमारे शरीर को झुकना पड़ सकता है।


5. भोजन भण्डार में वृद्धि:- अगर आपको भूख नहीं लगती है इसका मतलब ये है की आपका भोजन भण्डार की वृद्धि रुक गई है। और अगर आप कम भोजन करेंगे to आपकी मांसपेशियों को भरपूर मात्र में energy नहीं मिलेगी। इसके लिए आपको व्यायाम करना बहुत जरुरी होता है इससे आपके भोजन भण्डार में वृद्धि होती है।


6. थकावट ना होना:- अगर आपका शरीर कम काम करने से भी थक जाता है तो समझ लो आपकी कार्य क्षमता कम हो गयी है। अपने शरीर की अकरी क्षमता को बधान के लिए आपको हर दिन व्यायाम करना चाहिए। हमारे शरीर में थकावट व्यर्थ पदार्थों के जमाव के कारन होता है। अगर हम व्यायाम करते हैं तो हमारे शरीर के व्यर्थ पदार्थ बाहर निकल जाते हैं और हमे कम थकावट का एहसास होता है।


7. मांसपेशियों को सक्रिय रखना:- हमारे शरीर को सही से काम करने के लिए हमारे शरीर की मांसपेशियों का सक्रिय होना बहुत जरुरी होता है। व्यायाम ही ऐसी क्रिया है जिससे हम अपने शरीर की मांसपेशियों को सक्रिय रख सकते हैं।


8. रक्त संचार में बढ़ोतरी:- हमारे शरीर के सभी अंगों रक्त की बहुत जरूरत रहती है, अतः हमारे शरीर के सभी अंगों तक रक्त का पहुंचना बहुत जरूरी होता है। जब हम व्यायाम करते हैं तो हमारे शरीर का रक्त संचार बढ़ जाता है जिससे मांसपेशियां मजबूत होती हैं और हमारे शरीर के सभी अंगों को पूरा रक्त मिलता है।


9. शरीर के विकार में वृद्धि:- शरीर की वृद्धि के लिए मांसपेशियों की वृद्धि होना बहुत जरुरी होता है। व्यायाम करने से हमारे शरीर हरकत में रहता है और हमारे शरीर का विकास सम्पूर्ण रूप से होता है।


10. मांसपेशियों का तालमेल :- अगर हम व्यायाम करते हैं तो हमारे शरीर की छोटी छोटी मांसपेशियां मिलजुल कर काम करती हैं और उनका तालमेल बना रहता है।


11. गति में बढ़ोतरी:- हमारे शरीर को सही से काम करने के लिए मांसपेशियों का गतिशील होना बहुत जरुरी होता है। अतः अगर हम व्यायाम करते हैं तो हमारे शरीर की मांसपेशियों की गति में बढ़ोतरी होती है।


12. स्वास प्रणाली मजबूत होना:- हमारे शरीर को व्यायाम का सबसे अच्छा प्रभाव ये होता है कि व्यायाम करने से हमारे छाती की मांसपेशियां मजबूत हो जाती हैं और हमारी स्वास प्रणाली सुदृढ़ बनती है।
 

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